दोस्तों क्या आप जानते हैं, Signal app kya hota hai? तो इस पोस्ट को पूरा पढ़िए आप ही जान जाएंगे। दोस्तों मेरा नाम है हिम्मत सिंह और आप टेक्निकल परिवार पढ़ रहे हैं। दोस्तों जब हम किसी से बात कर रहे होते हैं तो ऐसे में यदि कोई तीसरा व्यक्ति हमारी बातों को सुन लेता है। तो उन बातों के हिसाब से वह कोई एक ऐसा कदम उठा सकता है। जिससे हमें नुकसान हो जाए इसीलिए कहते हैं ना कि कोई भी काम करने के लिए साम-दाम-दंड-भेद का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि काम 100% हो जाये। लेकिन आजकल की डिजिटल दुनिया में एकमात्र भेद ही ऐसा हथियार है। जिससे आप दुनिया जीत सकते हैं। और किसी को भी अपने जाल में फंसा सकते हैं क्योंकि उसके सारे भेज आपके पास है। और अपने हिसाब से उसको चलाना भी आसान हो जाता है। जब किसी का भेद पता होता है, इसीलिए तो कहते हैं आज की दुनिया में जिसके पास सबसे ज्यादा ग्राहक का डाटा है वह सबसे ज्यादा अमीर और पावरफुल आदमी है।
यूजर डेटा चोरी से क्या बड़ा खतरा है?
कोई भी ऐप जब आप अपने फोन में इंस्टॉल करते हो तो आप कुछ परमिशन देते हो ऐसे में जो भी आपने परमिशन दी है। वह app कंपनी आप की दी हुई परमिशन से आपका डाटा लेती है। जैसे कि व्हाट्सएप में आपको प्राइवेसी एंड पॉलिसी Accept करनी पड़ती है और इसके अकॉर्डिंग आपकी बैंक डिटेल्स, मोबाइल नंबर, आप की लोकेशन, रियल टाइम लोकेशन, आदि जानकारी व्हाट्सएप लेता है जिसकी मदद से व्हाट्सएप को यह पता चल जाता है कि आप कहां जाते हैं आपका ऑफिस क्या है। कितने बजे ऑफिस जाते हैं अभी इस वक्त कहां पर हैं और यहां तक कि यह भी पता कर लेता है कि आप आगे का क्या प्लानिंग करने वाले हैं। जब इतना पता चल जाए तो ऐसे में बड़ी-बड़ी कंपनियों को मार्केटिंग करने में बहुत आसानी होती है। और यदि वह कोई प्रोडक्ट आपको बेचना चाहें तो उसके हिसाब से आपकी साइकोलॉजी सेट करके आपको उसी के हिसाब से ऐड दिखाएगी जिससे आपका माइंड चेंज हो जाएगा। और आप उसी के बहकावे में आकर अपना फालतू का खर्चा भी कर बैठेंगे यहां तक कि इसका मिस यूज करने का बहुत सारे नए नए तरीके आते जाते रहते हैं। तो ऐसे में हमें सुरक्षित चैट करनी चाहिए और कोई भी एप्लीकेशन से हमारा डाटा चोरी ना हो इसका हमें विशेष ध्यान रखना चाहिए इसीलिए किसी भी ऐप को इंस्टॉल करने से पहले एक बार अच्छे से सोच लेना चाहिए कि यहां पर हमारा डाटा सुरक्षित रहेगा या नहीं। कभी भी डाटा को सिक्योर रखने के मामले में पीछे नहीं हटना चाहिए।
Signal private messenger app क्यों इस्तेमाल करें?
Signal नाम का मोबाइल ऐप बहुत ही पॉपुलर हो रहा है इसकी खास बात यह है कि इन टू एंड encrypted होने के साथ-साथ में इसकी प्राइवेसी एंड पॉलिसी के अकॉर्डिंग यह किसी तरीके से आपकी कोई भी प्राइवेट इंफॉर्मेशन जैसे की लोकेशन आपके कांटेक्ट नंबर आपकी कांटेक्ट हिस्ट्री या कोई भी मीडिया फाइल या किसी भी तरीके की जानकारी डेट ऑफ बर्थ आदि अपने सर्वर पर स्टोर नहीं करके रखते। यह जो आपस में चैट होती है वह भी एंड टू एंड इंक्रिप्टेड होती है जिसका मतलब यह है कि इस कंपनी के अधिकारी भी उस चैट को नहीं पढ़ पाएंगे जो आप और आपके दोस्त के बीच में हो रही हो। इसीलिए यह एप काफी secure हैं।
तो आप अपने डाटा चोरी होने से बताना चाहते हैं तो यह सिगनल प्राइवेट मैसेंजर एप आप यूज कर सकते हैं जो कि आपका डाटा काफी हद तक चोरी होने से रुक जाएगा और आपको कोई भी इस तरीके से लीड नहीं कर पाएगा कि आप उनके कंट्रोल में रहकर अपनी साइकोलॉजी चेंज करते रहो क्योंकि अगर किसी के पास हमारा डाटा जाता है तो वह अपने हिसाब से अपनी साइकोलॉजी चेंज करवा कर मनचाही चीजें खरीद वा सकता है
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